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- सैटेलाइट लांच करेगी भारतीय वायुसेना, आसान होगी सीमा की निगरानी
July 12, 2024
जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने दुश्मनों पर अब दोहरा वार करेगी। इसके लिए अगले साल वायुसेना अपना पिक्सल सैटेलाइट लांच करेगी। इससे सैटेलाइट से एक ओर जहां दुश्मनों की पहचान होगी वहीं टारगेट पर भारतीय वायुसेना के विमान कहर बरपाएंगे। भारतीय वायुसेना अंतरिक्ष क्षेत्र के स्टार्ट-अप पिक्सल से खरीदे गए सैटेलाइट को 2025 के मध्य लांच करने की तैयारियां में जुट गई है। इससे देश की सीमाओं की निगरानी रखने की क्षमताएं मजबूत होंगी। बता दें कि वायुसेना ने बेंगलुरू में पिक्सल स्पेस के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए हैं। पिक्सल स्पेस की स्थापना बिट्स पिलानी के युवा उद्यमियों ने की थी। पिक्सल स्पेस का कहना है हम 2025 के अंत से पहले सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में भेज देंगे। पिक्सल का काम सैटेलाइट का निर्माण करना और उसे वायुसेना को सौंपना है। अंतरिक्ष यान का संचालन वायुसेना करेगी। सैटेलाइट का मुख्य काम सीमाओं, अवैध परीक्षण आदि पर नजर रखना होगा। इसके अलावा इसकी मदद से वायुसेना दुश्मनों के विमानों को पहचान कर लेगी। बता दें कि भारतीय वायुसेना के बेड़े में कई खतरनाम विमान शामिल हैं। इनमें जगुआर, सुखोई, मिराज-17, कैरियर एयरक्राफ्ट, हरक्यूलिस-सी जैसे विमान शामिल हैं। इसके अलावा तेजस लड़ाकू विमान, चिनूक, अपाचे और प्रचंड हेलीकॉप्टर सहित वायुसेना के पास कई खतरनाक विमान हैं। इसके अलावा एंटी मिसाइल और ड्रोन सिस्टम भी भारतीय वायुसेना के पास मौजूद हैं। पिक्सल सैटेलाइट से टारगेट की पहचान करने से दुश्मनों पर हमला किया जा सकता है। बता दें कि पिक्सल पहले ही दो उपग्रहों को सफलतापूर्वक लांच कर चुका है। इनके नाम शकुंतला और आनंद है। दोनों ही 200 से अधिक तरंग दैर्ध्य में पृथ्वी की छवियों को कैप्चर करते हैं। ये ग्रह पर होने वाले सूक्ष्म परिवर्तनों का पता लगाते हैं। इस साल अक्टूबर या नवंबर में कोई भी वेबसाइट पर आॅनलाइन अकाउंट बनाकर उपग्रहों द्वारा ली गई पृथ्वी की तस्वीरों को देख सकेगा। एलन मस्क के स्पेसएक्स और इसरो के पीएसएलवी द्वारा प्रक्षेपित दोनों उपग्रह पाथफाइंडर अंतरिक्ष यान थे। ये उच्च गुणवत्ता वाली हाइपर-स्पेक्ट्रल तस्वीरें देने की कंपनी की क्षमताओं को प्रदर्शित करते हैं।
Rajneesh kumar tiwari