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- भारत की सुरक्षा होगी और मजबूत, एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम का परीक्षण सफल
July 27, 2024
नई दिल्ली। भारत ने अपने एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम सुदर्शन का हाल ही टेस्ट किया है। यह सिस्टम वायुसेना की कसौटी पर बिल्कुल खरा उतरा है। अभ्यास के दौरान सुदर्शन ने दुश्मन के बेड़े के ज्यादातर लड़ाकू विमानों को मार गिराया। यह सिस्टम भारत के लिए गेमचेंजर साबित होगा। भारतीय वायुसेना के सुदर्शन एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम ने अभ्यास में बड़ी सफलता हासिल की है। सुदर्शन ने लड़ाकू विमान पैकेज के 80 प्रतिशत विमानों को ढेर कर दिया, जबकि अन्य विमानों को भी भारत के भीतर हमला करने से रोक दिया और दुश्मन के मिशन को विफल कर दिया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, यह अभ्यास भारतीय वायु सेना ने एक थिएटर में किया था। यहां सेना ने लंबी दूरी की एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के अपने एक स्क्वाड्रन को तैनात किया था। सैन्य सूत्रों के अनुसार, यह अभ्यास एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के पूर्ण एकीकरण को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किया गया था। अभ्यास के दौरान असली लड़ाकू विमान एस-400 हथियार प्रणाली की क्षमताओं का परीक्षण करने के लिए उड़ान भर रहे थे। इस अभ्यास का उद्देश्य भारतीय क्षेत्र में अपने लक्ष्यों पर सटीक हमला करना था। अभ्यास में उन्हें सुदर्शन एयर डिफेंस सिस्टम के जरिये रोक दिया गया। वायुसेना ने अब इस सिस्टम को पूरी तरह से इंटीग्रेट कर लिया है। इसके तीन स्क्वाड्रन पहले ही फोर्स में शामिल किए जा चुके हैं। 2026 में दो और की आपूर्ति होने की उम्मीद है। भारत ने रूस से अनुरोध किया है कि वह सिस्टम की डिलीवरी में तेजी लाए। वायुसेना ने अपने एस-400 हवाई रक्षा प्रणाली का ‘सुदर्शन’ नाम एक पौराणिक आधार पर रखा है। विनाश का प्रतीक सुदर्शन भगवान कृष्ण का प्रमुख हथियार है। बता दें कि भारत ने 2018-19 में एस-400 के 5 स्क्वाड्रन खरीदने के लिए रूस से 35,000 करोड़ से अधिक का सौदा किया था। वायु सेना का मानना है कि एस-400 इसके लिए गेम चेंजर साबित होगा। भारतीय वायुसेना को हाल ही में स्वदेशी एमआर-एसएएम और आकाश मिसाइल सिस्टम मिला है। इसके अलावा, इजरायली स्पाइडर क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम भी प्राप्त हुआ है। बता दें कि वायु सेना ने हाल के वर्षों में अपनी रक्षा क्षमताओं में काफी सुधार किया है। एलएसी के पार चीनी सेना ने बड़े पैमाने पर वायु रक्षा प्रणालियों की तैनाती की है। जवाब में भारत ने भी बड़े पैमाने पर अपनी प्रणालियां तैनात की हैं।
Arun kumar baranwal