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- 6 जी को लेकर चीन के मेगा प्लान की निकल गई हवा दुनिया के पहले 6जी डिवाइस के प्रोटोटाइप से उठाया पर्दा
May 9, 2024
नई दिल्ली। 6 जी को लेकर चीन के मेगा प्लान की हवा निकल गई। भारत के खास दोस्त ने दुनिया के पहले 6जी डिवाइस के प्रोटोटाइप से पर्दा उठा दिया है। इस डिवाइस पर 5जी की तुलना में 20 गुना ज्यादा फास्ट इंटरनेट स्पीड का एक्सपीरियंस मिलेगा। इससे दुनिया में सबसे पहले 6 जी तकनीक को पेश करने की चीन की चाहत अधूरी रह गई। टेलिकॉम सेक्टर के लिए बड़ी खबर आई है। चीन पिछले कई साल से 6 जी तकनीक पर काम कर रहा है, लेकिन उसका प्लान फेल हो गया। चीन से पहले जापान ने 6जी तकनीक में बाजी मार ली है। जापान पहला देश बन गया है, जिसने पहला 6जी डिवाइस प्रोटोटाइप बना लिया है। इस डिवाइस को कुछ कंपनियों ने पार्टनरशिप में तैयार किया है। यह 6 जी डिवाइस 100 जीबीपीएस की स्पीड आॅफर कर रहा है। ऐसे में चीन को जोरदार झटका लगा है। चीन सबसे पहले 6 जी डिवाइस बनाना चाहता था जिससे उसकी पूरी दुनिया में उसकी धमक बढ़ सके। साथ ही बाकी देशों में टेलिकॉम सेक्टर के जरिए जासूसी की जा सके। भारत के खास दोस्त ने चीन की इस मुहिम का धुआं निकाल दिया।
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भारत में 5-जी रोलआउट अब 6जी की तैयारी
एक ओर जहां भारत ने 5-जी नेटवर्क को रोलआउट कर दिया है वहीं 6जी टेक्नोलॉजी पर भी काम तेज कर दिया है। अब इस काम में भारत को अपने खास मित्र जापान का सहयोग मिल सकता है। इससे चीन का दुनिया पर राज करने वाला मेगा प्लान फेल हो जाएगा। यानी जापान की सफलता से भारत की बल्ले-बल्ले हो जाएगी। बता दें कि जापान भारत का निकटतम सहयोगी देश हैं। साथ ही चीन और जापान के बीच सीमा विवाद चल रहा है। इसके अलावा भारत के साथ भी चीन का सीमा विवाद लंबे समय से है। भारत और जापान की दोस्ती जगजाहिर है। जापान की मदद से भारत में कई बड़े प्रोजेक्ट जैसे बुलेट ट्रेन मेट्रो को पूरा किया जा रहा। ऐस में 6जी में भारत को जापान का सहयोग मिल सकता है। इससे भारत में 5 जी टेक्नोलॉजी गुजरे जमाने की बात हो जाएगी। भारत की सेना से लेकर सभी कंपनियां 6 जी तकनीक से लैस हो जाएंगी।
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इंडोर और आउटडोर दोनों जगह टेस्ट
रिपोर्ट के अनुसार 6 जी प्रोटोटाइप डिवाइस को इंडोर और आउटडोर दोनों जगह टेस्ट किया गया। इंडोर में इस 6 जी डिवाइस ने 100 जीबीपीएस यानी की सुपरफास्ट स्पीड दी। वहीं आउटडोर में इसके आश्चर्यजनक परिणाम सामने आए हैं। आउटडोर में यह स्पीड 300 जीएचजेड बैंड पर प्राप्त हुई। जापान में तैयार 6 जी डिवाइस 300 फीट एरिया को कवर करता है। यह आज के 5 जी के मुकाबले 20 गुना ज्यादा तेज है। इस डिवाइस की टेस्टिंग 11 अप्रैल को हुई थी। हालांकि इस टेस्ट को सिंगल डिवाइस पर किया गया है, अब कॉमर्शियली 6-जी को रोलआउड किया जाएगा। इससे एक समय में कई डिवाइस कनेक्ट हो सकती है। यहां जानना जरूरी है कि जब भारत में 5 जी को रोलआउट किया गया था उस समय कंपनियों ने इस डिवाइस की अधिकतम गति 10 जीबीपीएस देने का वादा किया था। हकीकत में देख जाए तो 5 जी से 200 एमबीपीएस तक की ही स्पीड मिलती है। 6 जी टेक्नोलॉजी में इंटरनेट स्पीड ज्यादा होने की वजह से रियल-टाइम होलोग्राफिक कम्युनिकेशन संभव हो सकेगा। तेज डेटा ट्रांसमिशन की वजह से वीडियो स्ट्रीमिंग बेहतर हो जाएगी। इसके अलावा वर्चुअल और मिक्स्ड रियलिटी एक्सपीरियंस भी बेहतर होगा। यह प्रोटोटाइप डिवाइस दुनिया इस नई जेनरेशन की टेक्नोलॉजी को समझने में और बेहतर करने में रिसर्चर्स की मदद करेगा।
Rajneesh kumar tiwari