इतिहास के पन्नों में हर दिन किसी न किसी खास घटना से जुड़ा होता है। ऐसे में 10 जनवरीके दिन भी कई बड़ी घटनाओं ने देश और दुनिया पर अपनी छाप छोड़ी। आज के दिन 2006 में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए प्रति वर्ष 10 जनवरी को हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की थी। देश-दुनिया के इतिहास में 10 जनवरी की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है।
1-
1616 : ब्रिटिश राजदूत सर थॉमस रो ने अजमेर में मुगल बादशाह जहांगीर से मुलाकात की थी।
2-
1692 : कलकत्ता के संस्थापक जॉब चारनॉक का निधन हुआ था।
3-
1818 : मराठा सेना और ब्रिटिश सेना के बीच रामपुरा में तीसरी और अंतिम लड़ाई हुई थी।
4-
1836 : प्रोफेसर मधुसूदन गुप्ता ने पहली बार मानव शरीर की आंतरिक संरचना का अध्ययन किया था।
5-
1886 : भारत के प्रसिद्ध शिक्षाविद, अर्थशास्त्री एवं न्यायविद जॉन मथाई का जन्म हुआ था।
6-
1908 : हिन्दी के प्रसिद्ध निबंधकार और साहित्यकार पद्मनारायण राय का जन्म हुआ था।
7-
1912 : सम्राट जॉर्ज पंचम और रानी मेरी भारत से इंग्लैंड के लिए रवाना हुए थे।
8-
1916 : प्रथम विश्व युद्ध के दौरान रूस ने ओटोमन साम्राज्य का हराया था।
9-
1929 : मशहूर कार्टून कैरेक्टर टिनटिन का जन्म हुआ था।
10-
1940 : भारतीय पार्श्व गायक और शास्त्रीय संगीतकार के. जे. येसुदास का जन्म हुआ था।
11-
1946 : लंदन में संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली बैठक में 51 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
12-
1863 : लंदन में दुनिया की सबसे पुरानी अंडरग्राउंड मेट्रो रेल का उद्घाटन हुआ था।
13-
1969 : प्रसिद्ध राजनेता एवं लेखक सम्पूर्णानंद का निधन हुआ था।
14-
1972 : पाकिस्तान की जेल में नौ महीने से अधिक समय तक कैद रहने के बाद शेख मुजीब-उर-रहमान बांग्लादेश पहुंचे थे।
15-
1974 : भारतीय हिंदी फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता ऋतिक रोशन का जन्म हुआ था।
16-
1975 : नागपुर में प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन हुआ था।
17-
1987 : पूरी दुनिया का चक्कर लगाने का पहला नौका अभियान बंबई में पूरा हुआ था।
18-
2006 : तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रति वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया था।
19-
2013 : पाकिस्तान में कई बम धमाकों में 100 लोगों से ज्यादा की मौत हो गई थी और 270 लोग घायल हुए थे।
20-
2020 : केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून के लिए अधिसूचना जारी की थी।
21-
2022 : म्यांमार की एक अदालत ने नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित आंग सांग सू की को चार साल की सजा सुनाई थी।
Arun kumar baranwal