मिस वर्ल्ड का खिताब जीतना हर सुंदरियों का सपना होता है। लेकिन यह सपना हर किसी एक सुंदरी का पूरा होता है। इस बार यानी 71वेें मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन 9 मार्च को मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में किया गया। जिसमें मिस वर्ल्ड-2024 के विजेता का ऐलान किया गया। इस बार यह खिताब चेक रिपब्लिक की क्रिस्टीना पिजकोवा ने अपने नाम किया। पोलैंड की मिस वर्ल्ड-2022 रहीं करोलिना बिलावस्का ने क्रिस्टीना को मिस वर्ल्ड 2024 का ताज पहनाया। लेबनान की यास्मीना जेतून फर्स्ट रनरअप रहीं। वहीं, मिस वर्ल्ड में इस बार भारत को निराशा हाथ लगी। भारत की तरफ से सिनी शेट्टी ने इस प्रतियोगिता का प्रतिनिधित्व किया था, जो टॉप-4 में भी जगह नहीं बना पाईं और रेस से बाहर हो गईं। सिनी शेट्टी मिस इंडिया-2022 की विनर रही थीं। इस भव्य कार्यक्रम में 115 से अधिक देशों के प्रतियोगियों ने भाग लिया था। इसका लाइव ब्रॉडकास्ट 100 से ज्यादा देशों में किया गया। यह करीब 28 साल बाद पहला मौका था, जब मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन भारत में किया गया।
जीत के बाद बोलीं क्रिस्टीना पिजकोवा
मिस वर्ल्ड का खिताब जीतने के बाद चेक रिपब्लिक की क्रिस्टीना पिस्जकोवा ने कहा कि, मिस वर्ल्ड एक ऐसी चीज है जिसके लिए मैं बहुत मेहनत कर रही थी। मैं यह खिताब जीतकर बेहद खुश हूं। मैं जानती हूं कि मिस वर्ल्ड मंच हमें उन मुद्दों के लिए बोलने की क्षमता देता है जिन्हें हम महत्वपूर्ण मानते हैं।
कौन हैं क्रिस्टीना पिजकोवा?
24 साल की क्रिस्टीना लॉ और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की स्टूडेंट हैं। पढ़ाई के साथ वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मॉडलिंग भी करती हैं। क्रिस्टीना को ट्रांसवर्स बांसुरी और वायलिन भी बजाना बहुत पसंद है। उन्होंने 9 साल आर्ट एकेडमी में भी बिताए थे। उन्होंने चेक रिपब्लिक में क्रिस्टीना पिस्जको फाउंडेशन की स्थापना की है। उन्होंने तंजानिया में वंचित बच्चों के लिए एक अंग्रेजी स्कूल खोला था। यहीं नहीं, यहां उन्होंने बच्चों की मुफ्त शिक्षा के लिए बतौर वॉलंटियर काम भी किया। उनका सपना है कि वह शिक्षा के क्षेत्र में ही आगे काम करें और वंचित और जरूरतमंद बच्चों की मदद करें। क्रिस्टीना की संस्था बुजुर्गों और मानसिक रूप से विकलांग लोगों के लिए भी कई एजुकेशनल प्रोग्राम पर फोकस कर रही है।
कौन हैं फर्स्ट रनर अप यास्मीना जेतून?
मिस यास्मीना जेतून लेबनान की रहने वाली हैं। उनकी उम्र 20 साल है। उनके पिता लेबनानी हैं, जबकि मां फिलिस्तीनी मूल की हैं। यास्मीना जेतून बतौर मॉडल काम करने के साथ जर्नलिज्म की पढ़ाई भी कर रही हैं। वो टीवी प्रेजेंटर भी रह चुकी हैं। यास्मीना जेतून ने 2022 में 16 उम्मीदवारों को पीछे छोड़ मिस लेबनान का ताज जीता था। इस जीत के बाद उन्होंने मिस यूनिवर्स-2022 में भी भाग लिया था।
टॉप-8 तक पहुंचीं भारत की सिनी शेट्टी
इस प्रतियोगिता का प्रतिनिधित्व करने वाली भारत की सिनी शेट्टी टॉप- 8 तक जगह बनाने में सफल रहीं। इससे पहले उन्होंने टॉप-12 और टॉप-40 में जगह बनाई थी। टॉप-8 राउंड के बाद प्रश्नोत्तर राउंड हुआ था। जिसमें ज्यूरी ने उनसे पूछा कि, सोशल मीडिया के जरिए महिला सशक्तिकरण पर काम कैसे किया जा सकता है? इसके जवाब में सिनी ने कहा कि आज की जिंदगी में सोशल मीडिया का बहुत बड़ा रोल हो गया है। मुझे विश्वास है कि युवाओं से बातचीत और अवेयरनेस के जरिए समाज में बदलाव लाया जा सकता है। इसके जरिए महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा दिया जा सकता है।
भारत की 6 मिस वर्ल्ड
1-रीता फारिया (1966)
2-ऐश्वर्या राय (1994)
3-डायना हेडन (1997)
4-युक्ता मुखी (1999)
5-प्रियंका चोपड़ा (2000)
6-मानुषी छिल्लर (2017)
ज्यूरी मेंबर्स
इस भव्य कार्यक्रम को करण जौहर ने मिस वर्ल्ड-2013 मेगन यंग के साथ प्रेजेंट किया। प्रतियोगिता के ज्यूरी मेंबर्स में प्रसिद्ध न्यूज चैनल के ओनर रजत शर्मा, फिल्म निर्माता साजिद नाडियाडवाला, अभिनेत्री कृति सेनन और बिजनेसमैन विनीत जैन शामिल थे। इवेंट के दौरान नीता अंबानी को ह्यूमैनिटेरियन अवॉर्ड से नवाजा गया। वहीं, इस प्रतियोगिता में शान, नेहा कक्कड़ और टोनी कक्कड़ जैसे सिंगर्स ने रंगारंग प्रस्तुति दी।
1996 में भारत को मिली मेजबानी
1991 का वह दौर था जब उदारीकरण के बाद भारतीय बाजार तेजी से बढ़ रहा था। उसी समय 1994 में ऐश्वर्या राय और सुष्मिता सेन ने मिस वर्ल्ड और मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था। भारत में यह दो अवॉर्ड आने के बाद मिस वर्ल्ड की लोकप्रियता देश में और ज्यादा बढ़ गई। जिसकी परिणिती के तौर पर भारत को 1996 में पहली बार मिस वर्ल्ड की मेजबानी करने का मौका मिला। इस कार्यक्रम का आयोजन बेंगलुरु में किया गया था।
मेजबानी पर कर्नाटक में हुए आंदोलन
भारत को मेजबानी मिलने के बाद कर्नाटक में आंदोलन शुरू हो गए। एक तरफ नारीवादी महिलाओं का कहना था कि इस तरह की सौंदर्य प्रतियोगिता से बड़ी संख्या में महिलाओं को नीचा दिखाने की कोशिश होती है। महिला संगठनों ने जुड़ी कार्यकर्ताओं ने धमकी दी कि अगर यह आयोजन हुआ तो वे आत्मदाह कर लेंगी। वहीं, दूसरी तरफ कुछ लोगों का कहना था कि इस तरह के कार्यक्रम से समाज की संस्कृति और सभ्यता खतरे में पड़ जाएगी। धीरे-धीरे प्रदर्शन इतना ज्यादा उग्र हो गया कि मिस वर्ल्ड में होने वाली प्रतियोगिताओं में से एक स्विम सूट कॉम्पिटिशन को बेंगलुरु के बजाय सेशेल्स में कराया गया।
ब्रिटन में पहली बार हुआ आयोजन
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन पहली बार 1951 में हुआ था। इसकी मेजबानी ब्रिटेन ने की थी। 1951 में इस कार्यक्रम को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुटी। इसके बाद हर साल इस कार्यक्रम को कराने का फैसला लिया गया। टीवी की शुरूआत होने के बाद इस कार्यक्रम की लोकप्रियता और ज्यादा बढ़ गई। बता दें कि द्वितीय विश्वयुद्ध के कुछ वर्षों बाद ब्रिटिश सरकार द्वारा ‘ब्रिटेन महोत्सव’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था। इस आयोजन की जिम्मेदारी लंदन की कंपनी मक्का लिमिटेड के पास थी। कंपनी ने ज्यादा से ज्यादा भीड़ जमा करने के लिए इंटरनेशनल ब्यूटी कॉन्टेस्ट कराने का फैसला किया। यहीं से मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता कराने की शुरूआत हुई।
Arun kumar baranwal