जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। असंख्य तारों को लीलने वाले ब्लैक होल के बाद अब व्हाइट होल पर चर्चा तेज हो गई है। वैज्ञानिकों ने अनुमान जताया है कि ब्लैक होल और व्हाइट होल आपस में टकरा सकते हैं। इससे दोनों में कड़ी टक्कर होगी। नए शोध में बताया गया है कि आखिरकार इसके क्या परिणाम होंगे। ब्रह्मांड के सबसे बड़े अनसुलझे रहस्यों में से एक ब्लैक होल के बारे में आम धारणा है कि इसमें सबकुछ निगल जाने की असीमित क्षमता है। अतुलनीय गुरुत्वाकर्षण बल के खिंचाव की वजह से इसके आसपास से गुजरने वाले असंख्य सितारे इसमें समा जाते हैं। हाल ही में इस अवधारणा को चुनौती मिली है। वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक अलग ही नजारा देखा। इसमें एक ब्लैक होल ने सूरज जैसे विशाल सितारे को निगलने के बजाय टुकड़ों-टुकड़ों में खाया। यह नजारा ठीक उसी तरह था जैसे कोई मजेदार स्नैक खा रहा हो। इंग्लैंड की लेस्टर यूनिवर्सिटी में खगोलविज्ञानी राब आइल्स-फेरिस ने इस पर शोध शुरू किया है। यह नेचर एस्ट्रोनामी में प्रकाशित हुआ है। बता दें कि ब्लैक होल इतना ताकतवर होता है कि आसपास की तमाम चीजों को अपने अंदर खींच लेता है। यानी इन्हें निगल जाता है। इसकी ग्रैविटी काफी ज्यादा होती है। ये पृथ्वी और सूरज से कई गुना बड़े हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर व्हाइट होल को लेकर वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्लैक होल का सिरा जहां पर खत्म होता है वहां से व्हाइट होल शुरू होता है। इसे वर्महोल भी कहा जाता है। बता दें कि ब्लैक होल के सिद्ध होने से पहले ही अल्बर्ट आइंस्टीन ने व्हाइट होल की अवधारणा दी थी। व्हाइट होल ब्लैक होल के उलट होता है। यानी ब्लैक होल से कुछ भी बाहर आता वहीं व्हाइट होल निगली गई वस्तुओं को बाहर निकालता रहता है। जैसे ब्लैक होल किसी भी चीज के टुकड़े कर देता है और छोटे अणुओं में बदल देता है, ठीक इसके उलट व्हाइट होल किसी भी चीज को फिर से जोड़ने का काम कर सकता है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि एक तारे को जोड़ने में लाखों-करोड़ों साल तक लग जाते हैं। फिलहाल दुनियाभर के वैज्ञानिक ब्लैक होल की मिस्ट्री को सुलझाने की कोशिश में जुटे हैं। ब्लैक होल पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा है क्योंकि वो सूरज को निगलने की भी क्षमता रखता है। वैज्ञानिकों ने अनुमान जताया है कि व्हाइट और ब्लैक होल की टक्कर होती है तो एक नया विकास होगा। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि काफी करीब आने पर ब्लैक होल और व्हाइट होल एक-दूसरे पर काम करेंगे। यानी ब्लैक होल व्हाइट होल के आसपास के पदार्थ के क्षेत्र में प्रवेश करने वाली पहली और एकमात्र चीज होगी। इस प्रक्रिया में ब्लैक होल द्वारा निगली गई वस्तु यानी तारों के फिर से जुड़ने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इससे फिर से उस तारे का निर्माण शुरू हो जाएगा।
Rajneesh kumar tiwari