नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की मदद से एक हैरान करने वाली खोज की है। उन्होंने बहुत ही अनोखे और हैरान करने वाले ‘गर्म गुरु’ का पता लगाने का दावा किया है। वैज्ञानिकों के अनुसार, पृथ्वी के पास मौजूद इस ग्रह के वायुमंडल में सड़े हुए अंडों की बदबू आती है। इतना ही नहीं, ग्रह पर पिघले हुए गर्म कांच की बारिश भी होती है। आखिरकार इस ग्रह पर ऐसा क्यों होता है, वैज्ञानिकों ने इसका भी खुलासा किया है। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह अपने आप में बहुत ही कम पाया जाने वाला प्लैनेट है। उन्होंने जांच में पाया कि इस ग्रह पर 8 हजार 46 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलती हैं। साथ ही ग्रह का तापमान इतना ज्यादा है कि यहां कांच की बारिश होती है। ऐसे हालात में यहां पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। वैज्ञानिकों ने इस ग्रह का नाम एचडी-189733बी रखा है। यह बाह्यग्रह पृथ्वी से केवल 64 प्रकाशवर्ष की दूरी पर है। बावजूद इसके वैज्ञानिक इसे पृथ्वी के काफी पास मान रहे हैं। नेचर में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, यह ग्रह हाइड्रोजन और हाइड्रोजन सल्फाइड से भरा हुआ है। जिसकी वजह से वहां सड़े हुए अंडों की गंध आती है। इस बाह्यग्रह के वायुमंडल पर कार्बन डाइआक्साइड, आक्सीजन, पानी और कई भारी धातुओं की मौजूदगी भी पाई गई है। इसके अलावा, वायुमंडल में जहरीली और जल सकने वाली हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का मिलना चौंकाने वाली खोज है। गौर करने वाली बात यह है कि पृथ्वी पर यह गैस जैविक पदार्थों के सड़ने के दौरान निकलती है। वैज्ञानिकों के अनुसार, सौरमंडल के बाहर इस गैस का इतना ज्यादा मिलना चौंकाने वाला है। हालांकि, अभी उन्हें इससे और ज्यादा मात्रा में गैस की मौजूदगी मिलने की उम्मीद है। एचडी-189733बी हर दो दिन में अपने तारे का चक्कर लगा लेता है। वैज्ञानिकों का दावा हैकि यहां तापमान 925 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, जिसमें पत्थर तक पिघल जाते हैं। यही कारण है कि यहां पिघल कांच की बारिश होती है।
Arun kumar baranwal