नई दिल्ली। आने वाले दिनों में अंतरिक्ष में अद्भुत नजारे दिखाए देंगे। इनमें से पहला दृश्य 21 जून को स्ट्रॉबेरी मून के रूप में दिखाई देगा। यानी इस दिन स्ट्रॉबेरी मून दिखाई देगा। वहीं यह इस साल का सबसे निचला पूर्ण चंद्रमा दिखाई देगा। इसका संबंध हनी मून से भी है। वहीं 2 अक्टूबर को सूर्य का चौंकाने वाला रुप दिखाई देगा। 20 से 22 जून के बीच चंद्रमा का ऐसा रुप दिखेगा जैसा शायद ही पहले कभी देखा गया हो। इस बार चन्द्रमा का स्ट्रॉबेरी मून रुप दिखाई देगा। वहीं इसका बेहतरीन नजारा 21 जून को देखने को मिलेगा। यह समर सोल्सटिस यानी ग्रीष्म संक्रांति से एक दिन बाद निकलेगा। यह इस बार यह धनु नक्षत्र में चमकता नजर आएगा। हैरानी की बात ये है कि इस चांद का हनी मून से सीधा संबंध है। बता दें कि उत्तरी अमेरिका के लोगों ने इसका नाम स्ट्रॉबेरी मून रखा है। क्योंकि इसी समय उत्तरी अमेरिका में स्ट्रॉबेरी फल काटने का समय होता है। चन्द्रमा के विभिन्न रंगों में दिखने के बारे में अमेरिकन म्यूजियम आॅफ नेचुरल हिस्ट्री की एस्ट्रोफिजिसिस्ट जैकी फैहर्टी ने बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि चन्द्रमा के रूपों को कई नाम इसलिए दिए जाते हैं क्योंकि नाम के आधार पर लोग चांद का रंग समझने की कोशिश करते हैं। जैकी ने बताया कि आमतौर पर चन्द्रमा आसमान में स्वर्णिम यानी सोने के रंग जैसा पीला दिखता है। चांद का रंग इस बात पर निर्भर करता है कि उस समय वायुमंडल में किस तरह के रसायनों का प्रभाव ज्यादा है। उन्होंने बताया कि ग्रे रंग का चांद सूरज की रोशनी और वायुमंडल में मौजूद गैसों और रसायनों की वजह से दिखता है। वहीं अन्य रंगों में दिखने का भी यही कारण है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि जब चन्द्रमा उगता है तब उसे देखना एक अलौकिक होता है। वह भी तब जब चांद धरती के नजदीक हो। आपको उस समय चांद के पहाड़, गड्ढे, घाटियां, क्रेटर के इम्पैक्ट आदि सब दिखाई देते हैं। वहीं स्ट्रॉबेरी मून को हनीमून बुलाते के अपने अलग कारण हैं। बता दें कि स्ट्रॉबेरी मून को हॉट मून भी कहते हैं, क्योंकि यह गर्मी में निकलता है। इसे रोज मून भी कहते हैं। इस समय दुनियाभर में कई स्थानों पर गुलाब की फसल लहराती है इसलिए ऐसा नाम दिया गया है। वहीं यूरोपियन लोग इसे हनी मून भी कहते हैं, क्योंकि इस समय शहद के छत्ते तैयार हो जाते हैं। उसमें से शहद निकालने का समय होता है। इसके अलावा इसका शादी वाले हनीमून से भी संबंध है। बता दें कि 1500 साल से इस समय दुनियाभर में कई देशों में शादियां होती हैं। शादियों के बाद अक्सर लोग हनीमून मनाने कहीं न कहीं जाते हैं। इसलिए इसे हनीमून नाम दिया गया है। दूसरी ओर 2 अक्टूबर को अद्भुत सूर्यग्रहण होने वाला है। बता दें कि पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को लग चुका है। अब दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा। यह सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इसे रिंग आॅफ फॉयर नाम दिया गया है। बता दें कि रिंग आॅफ फायर तब बनता है जब चांद सूर्य को पूरी तरह से ढ़क लेता है। सूर्य की गोलाई का सिर्फ सिरा ही नजर आता है। इसे विशेष खगोलीय घटनाओं में से एक माना जाता है। बता दें कि साल का दूसरा सूर्य ग्रहण अश्विन मास की अमावस्या तिथि को पड़ रहा है। इस दिन सूर्य ग्रहण रात 9 बजकर 13 मिनट से शुरू हो रहा है, जो देर रात 3 बजकर 17 मिनट पर समाप्त होगा। ऐसे में सूर्य ग्रहण की कुल अवधि करीब 6 घंटे 4 मिनट होगी।
Rajneesh kumar tiwari